सत्य का पथ बहुत कष्टप्रद होता है , गाँधी ने एहसास किया था और माँ सीता ने सहा था उसका दर्द, और वो सत्य के लिये लढे गए युध्ध के सुखद प्रतिफल का आनंद भी न ले सके अपने जीवन में ।
पर परमात्मा वास करता है उनके हृदय में जो सत्य पर चलते हैं , और परमात्मा के सानिध्य का एहसास ही जीवन का सर्वोच्च सुख होता है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें